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ताज के बाद आगरा में क्या देखने लायक है, इस थीम को और विकसित करना होगा-मुख्य सचिव

आगरा की प्राकृतिक संपदा पर स्पीहा ने अयोजित किया सेमिनार

ब्रज पत्रिका, आगरा। शहर की शिल्प, कला और संस्कृति का उत्सव ताज महोत्सव अंतर्गत स्पीहा, टूरिज्म गिल्ड ऑफ़ आगरा और यू. पी. टूरिज्म द्वारा आगरा बियॉन्ड ताज’ के अंतर्गत आगरा की प्राकृतिक संपदा’ विषय पर जेपी होटल में एक सेमिनार का आयोजन किया।

कार्यक्रम कोविड-19 के चलते 2 साल के अंतराल बाद हुआ। मुख्य अतिथि डी. एस. मिश्रा, मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश थे। प्रो. पी. एस. सत्संगी चेयरमैन, शिक्षा सलाहकार समिति, डी.ई.आई. वर्चुअल मोड से कार्यक्रम से जुड़े। कार्यक्रम की शुरुआत में स्फीहा के उपाध्यक्ष और आगरा बियॉन्ड ताज के संयोजक राजीव नारायण ने कार्यक्रम और सेमिनार के विषय की विस्तृत जानकारी दी। स्फीहा के अध्यक्ष एम. ए. पठान ने अतिथियों का स्वागत किया और शहर में स्फीहा द्वारा किए गए कार्यों के विषय में बताया।

राधास्वमी सत्संग सभा के अध्यक्ष गुरू स्वरुप सूद ने दयालबाग में हो रहीं पर्यावरण और पारिस्थितिकी से संबंधित वैज्ञानिक पहल और दयालबाग डीम्ड विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित अन्य कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए कहा,

“जोन-2 आगरा के हरित वातावरण को मास्टर प्लान 2031 में भी संरक्षित रखा जाना चाहिये।”

टूरिज्म गिल्ड के अरुण डंग ने आगरा के बाग़ों के बारे में विस्तृत जानकारी दी और कहा कि,

“आगरा का हर बाग़ एक धरोहर है हमारे अतीत की। जेपी होटल के अध्यक्ष, श्री सुकुमार ने कहा कि पर्यटन उद्योग ने पिछले दो वर्षों में कई परेशानियाँ झेली हैं, आने वाले समय में सरकार और उद्योग से जुड़े लोग साथ में काम करें ताकि इस उद्योग को बढ़ावा मिल सके।”

अतिरिक्त मुख्य सचिव मनोज सिंह ने कहा कि,

“आगरा के पास इतिहास तो है ही, भूगोल भी है। हमें ईको-टूरिज्म को बढ़ावा देना चाहिये।”

प्रमुख सचिव एवं महानिदेशक पर्यटन, मुकेश मेश्राम ने कहा कि,

“पर्यटन उद्योग में समावेशी दृष्टिकोण होना चाहिए।”

आगरा के कमिश्नर, अमित गुप्ता ने कहा कि,

“आगरा में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के अंतर्गत काम किया जा सकता है, और सरकार इसके लिए सहयोग भी करेगी। आगरा के लिए एक नया एप भी जल्द आने वाला है जिसमें शहरवासियों के लिए कई सुविधाओं का प्रावधान होगा।”

कार्यक्रम में एडीए के वीसी राजेंद्र पेंसिया द्वारा आगरा के बारे में एक फिल्म भी दिखायी गयी।

मुख्य सचिव डी. एस. मिश्रा ने कहा कि,

“आगरा नेचुरल वैल्थ से भरपूर है। सूर सरोवर, कैलाश मंदिर, राजेश्वर मंदिर, मन: कामेश्वर मंदिर, बिल्वकेश्वर महादेव मंदिर, प्रथ्वीनाथ महादेव मंदिर द्वापर युग के दर्शन कराते हैं। वहीं बीयर एवं एलीफेंट रेस्क्यू सेंटर, चंबल सेंचुरी आदि स्थान पर्यटन की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण हैं।”

मुख्य सचिव ने आगरा से जुड़ी अपनी पुरानी यादें ताजा करते हुए कहा कि जब वह आगरा में डीएम थे तब उन्होंने टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए काम किया था। उन्होंने कहा कि 25 वर्ष पहले भी पर्यटक ताज देखने के बाद आगरा में नहीं रुकते थे। वही हाल आज भी बना हुआ है। जबकि आगरा में देखने के लिए बहुत कुछ शेष रह जाता है। ताज के बाद आगरा में क्या देखने लायक है, इस थीम को और विकसित करना होगा। यहां आने वाले पर्यटकों से आगरा के नेचुरल वैल्थ के बारे में बात नहीं होती है। इसके लिए टूरिज्म गिल्ड, पर्यटन संस्थाओं, सामाजिक संस्थाओं एवं शिक्षा से जुड़े संस्थानों को आगे आना होगा।

धन्यवाद ज्ञापन स्पीहा के सचिव पंकज गुप्ता ने दिया। कार्यक्रम का संचालन सुधीर नारायण ने किया। कार्यक्रम में कर्नल आर. के. सिंह, डी. वी. शर्मा, सुमीत बिभव, निदेशक डीईआई – पी.के. कालरा, एस.पी. भनोट, स्फीहा के मीडिया प्रभारी शब्द मिश्रा आदि मौजूद रहे।

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