नगर भ्रमण पर निकले श्याम बाबा के दर्शन को उमड़ा भक्तों का सैलाब!
श्रीमनःकामेश्वर से प्रारम्भ हुई शोभा यात्रा का समापन जीवनी मंडी स्थित खाटू श्याम जी के मंदिर पर हुआ।
हजारों लोग हुए शोभायात्रा में शामिल, बेलनगंज से उठे 501 कलशों को श्याम बाबा को किया समर्पित।
ब्रज पत्रिका, आगरा। पवित्र अग्नि की ज्योति के साथ उठे सैकड़ों हाथ और हर तरफ फूलों की वर्षा। रंग बिरंगी ध्वजाओं के साथ सुगंधी और गुलाल का झिड़काव और मन में भक्ति का भाव। कुछ ऐसा ही नजारा था श्रीमनःकामेश्वर मंदिर से प्रारम्भ हुई खाटू श्याम जी की नगर भ्रमण यात्रा का।
श्याम बाबा (खाटू श्याम जी) की झांकी नगर भ्रमण को निकली तो भक्तों का सैलाब उनके दर्शन को उमड़ पड़ा। ढोल नगाड़ों व बैंड बाजों की भक्तिमय स्वरलहरियों ने भक्तों को झूमने पर मजबूर कर दिया। जहां से भी बाबा की सवारी गुजरी लोग छत या कमरों की खिड़कियों से दर्शन को झांकते नजर आए। राह चलते राहगीर भी बाबा की झलक पाने को रुक गए। शोभा यात्रा में लगभग हजारों लोग शामिल हुए। बाबा के रथ को विशेष चौर पर कलकत्ता के कारीगरों द्वारा तैयार किया गया था।
शोभायात्रा श्रीमनःकामेश्वर मंदिर से प्रारम्भ होकर रावतपाड़ा, जौहरी बाजार, दरेसी, मोतीगंज, कचहरी घाट, छत्ता बाजार, बेलनगंज, भैरों बाजार होते हुए जीवनी मंडी स्थित खाटू श्याम जी के मंदिर पर पहुंची। मनःकामेश्वर मंदिर पर सैकड़ों भक्तों ने बाबा की आरती की और बाबा के जयकारों से पूरा परिसर गूंज उठा।
बेलनगंज तिकोनिया से 501 कलशों के साथ शोभायात्रा में कलशयात्रा भी शामिल हुई। शोभायात्रा के समापन के बाद मंदिर में शाम को श्याम बाबा की 501 दीपकों से महाआरती की गई। इसके उपरान्त भजन संध्या का आयोजन किया। भजन गायक राजू बाबरा ने खाटू श्याम जी के भक्तिमय भजनों से सभी भक्तों को भक्ति के सरोवर में डुबो दिया।
इनकी रही विशेष उपस्थिति
आगरा। शोभायात्रा में मुख्य रूप से खाटू श्याम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष अनिल मित्तल, अरुण मित्तल, हेमेन्द्र अग्रवाल, विपिन बंसल, विकास गोयल, विशाल गोयल, रजत अग्रवाल, आकाश गुप्ता, पंकज गुप्ता, अनूप गोयल, नितेश अग्रवाल, संजीव अग्रवाल, राजेश सिंघल, वीरेन्द्र मित्तल आदि उपस्थित थे।
शोभायात्रा का जगह-जगह पुष्पों से हुआ स्वागत
आगरा। फाल्गुनी महोत्सव व खाटू श्याम जी मंदिर के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित भव्य शोभायात्रा का जगह-जगह पुष्प वर्षा कर इसमें शामिल भक्तों का स्वागत किया गया। विभिन्न सुगंधियों की बरसात की गई। अबीर और गुलाल के रंग-बिरंगे रंगों में रंगे भक्त झूमते गाते नजर आए। प्रारम्भ से लेकर समापन तक शोभायात्रा में हर तरफ खाटू श्याम बाबा के जयकारे गूंजते रहे।
1001 निशान लेकर शोभायात्रा में नंगे पैर चले भक्त
आगरा। मोरपंख और श्रीकृष्ण की आकर्षक छवि से सजे रंग-बिरंगे 1001 निशान हाथों में लिए हर भक्त के मुख पर खाटू श्याम जी के जयकारे थे। मनःकामेश्वर मंदिर से प्रारम्भ हुई शोभायात्रा में खाटू श्याम जी मंदिर तक भक्त नंगे पैर हाथों में श्याम बाबा के निशाल लेकर नाचते-गाते हुए पैदल चले। हाथों में निशान लेकर चलने वालों में महिला भक्तों की संख्या अधिक थी। मंदिर पर शोभायात्रा के समापन के साथ निशानों को श्याम बाबा को समर्पित किया गया।
शोभा यात्रा में ये थीं मुख्य झाकियां
आगरा। ढोल नगाड़ों संग ऊंट-घोड़ों की अगुवाई में सर्वप्रथम विघ्नविनाशक गणपति भगवान की सवारी थी। इसके उपरान्त सजीव वानर सेना के साथ हनुमान जी की सवारी भक्तों को आकर्षित कर रही थी। भूत-प्रेत के साथ शिव बारात की झांकी और शेर पर सवार मां दुर्गा के समक्ष भक्ति में झूमते भक्तों की सजीव झांकी को देखने के लिए हर कोई उत्सुक था। अंत में था श्याम बाबा का डोला।