‘सेवा आगरा’ ने सुल्तानगंज पुलिया चौराहे पर बाँटे मास्क, सैनिटाइजर और जागरूकता पत्रक
ताकि हर किसी की ज़िंदगी रहे सुरक्षित, आम-ओ-खास के लिए दिया नारा-हेलमेट लगाओ, जीवन बचाओ, मास्क लगाओ, कोरोना भगाओ!
ब्रज पत्रिका, आगरा। “सेवा आगरा का यही है नारा.. सुरक्षित हो जीवन हमारा…” इस मनोभाव के साथ विगत कई वर्षों से जिंदगी बचाने की मुहिम में लगी सामाजिक संस्था ‘सेवा आगरा’ ने शनिवार को सुल्तानगंज पुलिया चौराहे पर राहगीरों और वाहन चालकों को मास्क और सैनिटाइजर्स के साथ-साथ यातायात के नियमों का पालन करने संबंधी जागरूकता पत्रक वितरित किए। कई घंटों तक चले इस सेवा कार्य का लाभ वहाँ से गुजरने वाले हजारों लोगों ने लिया।
इस मौके पर ‘सेवा आगरा’ के संस्थापक अध्यक्ष व शहर के प्रमुख समाजसेवी मुरारी लाल गोयल पेंट ने कहा कि,
“एक ओर ठंडे मौसम में कोरोना और भी बेकाबू हो रहा है, दूसरी ओर शासन-प्रशासन की तमाम कोशिशों के बाद भी एक सर्वे के अनुसार 60 फ़ीसदी लोग अभी भी मास्क नहीं लगा रहे हैं। तमाम लोग सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने में भी परहेज कर रहे हैं। अनगिनत सड़क दुर्घटनाओं के बावजूद सभी लोग हेलमेट नहीं लगा रहे। ऐसे में सेवा आगरा लोगों को जागरूक कर जिंदगी बचाने की मुहिम में लगी है। हर जिंदगी अनमोल है, चाहे वह घरों में हो या सड़कों पर। इनको कोविड जैसी महामारी और सड़कों पर होने वाली दुर्घटना से बचाने के लिए ‘सेवा आगरा’ ने ये नेक पहल की है।”
मुरारी लाल गोयल ने ‘हेलमेट लगाओ, जीवन बचाओ’ के साथ-साथ ‘मास्क लगाओ, कोरोना भगाओ’ का नारा भी दिया।
‘सेवा आगरा’ की संस्थापिका सुमन गोयल ने सभी लोगों से मास्क और हेलमेट का प्रयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि सेवा आगरा की जिंदगी बचाने की मुहिम जारी रहेगी।
विशिष्ट अतिथि एसपी ट्रैफिक प्रशांत कुमार ने राधा-कृष्ण भगवान की युगल छवि के समक्ष दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ करने के बाद लोगों से हेलमेट लगाने और ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की अपील की। उन्होंने अनुरोध किया कि उल्टी दिशा में न चलें। समारोह के दौरान सामाजिक दूरी और कोविड गाइड लाइंस का पूरी तरह पालन किया गया।
समारोह में ‘सेवा आगरा’ के संस्थापक-अध्यक्ष मुरारी लाल गोयल पेंट, संस्थापिका श्रीमती सुमन गोयल, विशिष्ट अतिथि एसपी ट्रैफिक प्रशांत कुमार, ट्रैफिक इंस्पेक्टर आनंद कुमार ओझा, विजय वर्मा, अशोक सबनानी, हरिओम गोयल, मुकेश अग्रवाल, डॉ एस पी सिंह, ऋषभ बंसल, मोहित सिंघल, विकास, विवेक आदि मौजूद थे।