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सर्वज्ञ शेखर गुप्त की पुस्तक ‘मेरे इक्यावन अभिमत’ का उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य द्वारा किया गया वर्चुअल विमोचन

दिग्भ्रमित बच्चों को पुस्तकें ही संस्कार प्रदान करती हैं- बेबी रानी मौर्य

ब्रज पत्रिका, आगरा। उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा है कि आज के दिग्भ्रमित बच्चों को सही दिशा व सकारात्मक संस्कार देने में पुस्तकों का महत्वपूर्ण योगदान है। अतः इसी प्रकार की पुस्तकों को अधिक प्रकाशित किया जाना चाहिए।

राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने दिवंगत साहित्यकार सर्वज्ञ शेखर की पुस्तक ‘मेरे इक्यावन अभिमत’ का शनिवार को वर्चुअल विमोचन करते हुए कहा,

“सर्वज्ञ शेखर जी ने अपनी पुस्तक “मेरे इक्यावन अभिमत” में सामाजिक सरोकारों से जुड़ीं बातों को जिस बारीकी से लिखा है वह उनकी सर्वज्ञता को दर्शाता है। करुणेश परिवार द्वारा साहित्यिक व सामाजिक सेवा के लिए जो संकल्प लिया है, उसे पूरा करने के लिए सर्वज्ञ शेखर जी जिस मनोयोग से लगे थे, उससे उनका इस दुनिया से जाना दुर्भाग्यपूर्ण रहा।”

उन्होंने पुस्तक में सर्वज्ञ शेखर जी के उत्कृष्ट आलेखों की चर्चा करते हुए कहा कि,

“इस पुस्तक में राजनैतिक, सामाजिक व आर्थिक विषयों पर बहुत स्पष्ट सन्देश देते हुए विचारों की अभिव्यक्ति की है। हमें इन पर चिंतन मनन करने की आवश्यकता है।”

श्रीमती मौर्य ने धार्मिक आस्थाओं, सांस्कृतिक विरासत को संजोए रखने के लिए भी साहित्यकारों व लेखकों को आगे आने का आव्हान किया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मथुरा से वरिष्ठ साहित्यकार पद्मश्री मोहनस्वरूप भाटिया ने कहा कि,

“सर्वज्ञ शेखर नामकरण करने वाले पंडित अथवा माता पिता को नमन् करता हूँ। हृदय से उदार सर्वज्ञ जी ने अपने नाम के अनुरूप ज्ञान के भंडार को आलेखों में बांधकर पुस्तक में समाहित किया है।”

हैदराबाद की साहित्यकार डॉ. कुमुद बाला ने पुस्तक ‘मेरे इक्यावन अभिमत’ की समीक्षा करते हुए कहा कि,

“इसका हर एक लेख नई दिशा प्रदान करता है। समाज की छोटी-बड़ी समस्याओं का समाधान उनके लेखों में है।”

उनकी बेबाक लेखनी सामाजिक व राजनैतिक विषमताओं पर प्रहार करती हुई दिखती है।

विमोचन समारोह में साहित्यकार पद्मश्री डॉ. श्याम सिंह शशि (दिल्ली), साहित्यकार रीता कौशल (ऑस्ट्रेलिया), डॉ. अशोक अश्रु, डॉ. मधु भारद्वाज, कवि कुमार ललित, गीतकार निशिराज जैन, रीता कौशल, समाजसेवी प्रतिभा जिंदल, पत्रकार डॉ. महेश धाकड़, चंद्रलेखा, रंजना (लखनऊ), चन्द्रशेखर गुप्ता (गाजियाबाद) आदि उपस्थित रहे। सर्वज्ञ शेखर की पत्नी रजनी गंधा गुप्ता, पुत्र अभिनव व अभिजात्य सहित सभी परिजनों ने दिवंगत सर्वज्ञ शेखर के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। संचालन पत्रकार विवेक जैन ने किया और धन्यवाद ज्ञापन किया संजय गुप्त ने।

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