महिला क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के लिए दीप्ति शर्मा को राष्ट्रपति द्वारा मिला अर्जुन पुरस्कार
ब्रज पत्रिका, आगरा। ‘राष्ट्रीय खेल दिवस’ के अवसर पर 29 अगस्त को महिला भारतीय क्रिकेट टीम की सदस्य दीप्ति भगवान शर्मा को महामहिम राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद द्वारा दिल्ली में विज्ञान भवन में हुए एक ऑनलाइन (वर्चुअल) कार्यक्रम में अर्जुन पुरस्कार प्रदान किया गया है। वर्तमान में आगरा निवासी दीप्ति शर्मा का जन्म 24 अगस्त 1997 सहारनपुर, उत्तर प्रदेश में श्री भगवान शर्मा और श्रीमती सुशीला शर्मा के परिवार में हुआ था। उनके पिता रेलवे के अवकाशप्राप्त चीफ बुकिंग सुपरवाइजर हैं। 28 नवंबर 2014 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना पहला प्रदर्शन किया। वह एक बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं और राइट-आर्म की मध्यम गति वाली गेंदबाजी करती हैं। अपने भाई क्रिकेटर सुमित शर्मा के मार्गदर्शन में आज महिला क्रिकेट में कामयाबियों के पायदान चढ़ रही है दीप्ति शर्मा।
आईसीसी क्रिकेट रैंकिंग में चौथे नंबर की खिलाड़ी दीप्ति शर्मा ने नौ वर्ष की आयु में ही क्रिकेट खेल के प्रति अपनी रुचि दिखानी शुरू कर दी थी। बताते हैं एक बार एकलव्य स्टेडियम में भाई सुमित शर्मा की नेट प्रैक्टिस चल रही थी तभी बॉल स्टेडियम की सीढ़ियों पर बैठी दीप्ति के पास आ गयी, उसने 50 मीटर की दूरी से बॉल थ्रो की, तो विकेट की गिल्लियाँ उड़ा दीं, वहीं उस वक़्त महिला क्रिकेट टीम की चयनकर्ता हेमलता काला भी थीं, उन्होंने ये देख दोबारा से थ्रो करने के लिए कहा, दीप्ति ने फिर से निशाना बनाकर फिर से विकेट गिरा दिए। बस यही उनकी जिंदगी का टर्निंग पॉइंट्स साबित हुआ था।
हालांकि 15 वर्ष की उम्र तक आते-आते दीप्ति शर्मा ने अच्छा-खासा अनुभव प्राप्त कर लिया था मगर उसे प्रदेश के चयनकर्ताओं द्वारा नज़रंदाज़ किया जाता रहा और प्रदेश की टीम में भी जगह नहीं मिल सकी, तब पूर्व खिलाड़ी और चयनकर्ता रीता डे की नज़र उस पर पड़ी। उसके बाद तो रीता डे दीप्ति की मेंटर भी बन गयीं। हालांकि दीप्ति शर्मा ने शुरुआत मीडियम पेसर के रूप में की थी मगर वह बाद में खेल के अच्छे जानकारों की सलाह पर स्लो ऑफ स्पिन गेंदबाजी करने लगीं।
दीप्ति ने पहला इंटरनेशनल मैच वर्ष 2014 में आईसीसी वोमेन्स चैंपियनशिप में दक्षिण अफ्रीका की टीम के खिलाफ बेंगलुरु में खेला था। दीप्ति के नाम एक रिकॉर्ड भी है उसने सलामी बल्लेबाज के रूप में आयरलैंड की टीम के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका में पूनम राउत के साथ 320 रन की पार्टनरशिप की थी, जिसमें उसने 188 रन बनाये थे।
2017 में भारतीय महिला क्रिकेट टीम वोमेन्स क्रिकेट वर्ल्ड कप के फाइनल में इंग्लैंड की टीम से महज नौ रन से हार गयी थी, उस टीम की सदस्य के रूप में दीप्ति शर्मा ने 216 रन आठ मैच में 30.86 के औसत से बनाये। इसके अलावा 9 मैच में 12 विकेट भी लिए। राँची में श्रीलंका के खिलाफ खेले गए एक मैच में दीप्ति का गेंदबाजी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 6-20 का रहा है। इसके अलावा जून 2018 में बीसीसीआई द्वारा ‘बेस्ट डोमेस्टिक सीनियर वोमेन्स क्रिकेटर’ चुनकर दीप्ति शर्मा को ‘जगमोहन डालमिया ट्रॉफी’ देकर पुरस्कृत किया गया था।