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ब्रज की प्रियंका चयुर्वेदी ने राज्यसभा की शपथ ली, मुम्बई से शिवसेना के टिकट पर जीतकर पहुँची संसद के उच्च सदन में

ब्रज पत्रिका। राज्यसभा के लिए चुने गए सांसदों को आज शपथ दिलाई गई है। राज्यसभा के लिए हुए चुनाव में 20 राज्यों से 61 सदस्य निर्वाचित हुए हैं, इनमें से 45 सदस्यों ने 22 जुलाई को शपथ ली है। इन नए सदस्यों को राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के चेंबर में शपथ दिलवाई गई।

सभापति और उप राष्ट्रपति श्री नायडू ने नव निर्वाचित सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि वे सदन के सत्र के दौरान तात्कालिक लाभ के लिए सदन की कार्यवाही में बाधा न डालें। संसद की गरिमा के अनुरूप आचरण करें। शपथ समारोह के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा गया। जो सांसद शपथ नहीं ले सके हैं वे अब सदन के आगामी सत्र के दौरान शपथ लेंगे, ये भी पहला मौका था जब संसद का सत्र नहीं चलने के बावजूद शपथ ग्रहण राज्यसभा में कराया, ऐसा कोरोना संक्रमण के चलते नियमो का पालन करने के लिए किया गया।

शपथ लेने वालों में ब्रज (मथुरा) की प्रियंका चतुर्वेदी ने भी राज्यसभा की शपथ ली है। साथ ही शपथ लेने वाले अन्य प्रमुख नेताओं में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, के.सी.वेणुगोपाल, भाजपा नेता ज्योतियादित्य सिंधिया, एनसीपी नेता शरद पवार, कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे आदि भी शामिल थे।

प्रियंका चतुर्वेदी ब्रज के मथुरा में छत्ता बाजार निवासी पुरुषोत्तम चौबे सीए के परिवार से ताल्लुक रखती हैं, बताते चलें पुरूषोत्तम चतुर्वेदी की इस समय मुंबई में बड़े सीए में गिनती होती है। प्रियंका चयुर्वेदी मथुरा से दूसरी महिला हैं जो संसद पहुँची हैं। इससे पहले सिनेतारिका हेमा मालिनी मथुरा से चुनाव जीत लोकसभा में प्रतिनिधित्व कर ही रही हैं।

ये भी अनूठा संयोग है कि मुम्बई की हेमा मालिनी ब्रज से सांसद बनी हैं और ब्रज की प्रियंका चतुर्वेदी मुम्बई से संसद पहुँची हैं। यह समूचे ब्रज और मथुरा के लिए गौरव की बात है। प्रियंका अभी तक कांग्रेस पार्टी में प्रवक्ता पद संभाल रही थीं। कुछ कारणों से वह मुंबई में शिवसेना में जा पहुंचीं और उनको राज्यसभा की टिकट मिल गया। उनकी वाकपटुता उनकी सबसे बड़ी योग्यता थी, जिसके बूते वह भाजपा प्रवक्ताओं की बोलती बंद करती रही हैं।

राज्यसभा के लिए 20 राज्यों से 61 सदस्य निर्वाचित हुए, चुनाव में इन चुने गए सदस्यों में बीजेपी के 17, कांग्रेस के नौ, जेडीयू के तीन, बीजद और वाईएसआर कांग्रेस के चार-चार, अन्नाद्रमुक और द्रमुक के तीन-तीन, एनसीपी, आरजेडी और टीआरएस के दो-दो सदस्य राज्यसभा में पहुँचे हैं। शेष सीटें अन्य ने जीतीं हैं। खास बात ये भी कि इन नए सदस्यों में से 49 पहली बार चुने गए हैं। 12 सदस्य फिर से निर्वाचित होकर राज्यसभा में पहुँचे हैं। इसके साथ ही राजग राज्यसभा में 100 का आंकड़ा पार कर चुकी है हालांकि अभी वह बहुमत से 22 सीट दूर है। 245 सदस्यीय राज्यसभा में बहुमत के लिए 123 सदस्य चाहिए। 1990 के बाद किसी के पास बहुमत नहीं रहा, इससे पहले कांग्रेस पार्टी बहुमत में थी।

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