भगवान परशुराम जन्मोत्सव पर अवकाश संग रुनकता को पर्यटन स्थल घोषित करे सरकार
अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा एवं ब्राह्मण प्रोफेशनल एसोसिएशन के संयुक्त प्रांतीय सम्मेलन में जुटे प्रदेशभर से विप्र बंधु, समाज हित में कई प्रस्ताव पारित।
ब्राह्मण युवाओं को शिक्षा, राजनीति, न्याय और नौकरी में दिए जाएँ समान अवसर – पं. बीडी शर्मा
सबका साथ सबका विकास करने वाली सरकार बनाए सवर्ण आयोग – पं. त्रिभुवन शर्मा
समाज हित में मातृशक्ति पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर है तैयार – डॉ. मधु भारद्वाज
ब्रज पत्रिका, आगरा। अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा एवं ब्राह्मण प्रोफेशनल एसोसिएशन के संयुक्त बैनर तले महासभा का प्रांतीय सम्मेलन होटल पीएल पैलेस में आयोजित किया गया। सम्मेलन में आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद, अलीगढ़, हाथरस, बरेली, आजमगढ़, गाजियाबाद, मेरठ, मुरादाबाद, पीलीभीत, बदायूं, उरई, जालौन और बागपत सहित प्रदेशभर से आए महासभा के प्रमुख पदाधिकारियों ने समाज की एकजुटता प्रदर्शित करते हुए समाज हित में कई प्रस्ताव पारित किए।
इनमें रुनकता को पर्यटन स्थल, भगवान परशुराम जन्मस्थली का नाम परशुराम पुरी रखकर उसे पर्यटन स्थल बनाना, भगवान परशुराम जन्मोत्सव पर अवकाश, सवर्ण आयोग का गठन, ब्राह्मण युवाओं को शिक्षा, राजनीति, न्याय और नौकरी में समान अवसर तथा अक्षय तृतीया को भी अन्य धार्मिक पर्वों की तरह उत्सव रूप में मनाने के प्रस्ताव प्रमुख रहे।
इस बात पर जोर दिया गया कि आगामी 22 अप्रैल को अक्षय तृतीया पर भगवान परशुराम के जन्म उत्सव से पहले सभी विप्र बंधु अपने-अपने जनपदों में जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को भगवान परशुराम जन्मोत्सव पर अवकाश घोषित करने के लिए ज्ञापन दें। सभी ने हुंकार भर कर सहमति जताई।
समारोह में महासभा की प्रदेश अध्यक्ष (महिला प्रकोष्ठ) डॉ. मधु भारद्वाज द्वारा संपादित ‘ब्रज माधुर्य’ स्मारिका का विमोचन भी किया गया।
डॉ. मधु भारद्वाज ने इस अवसर पर कहा कि,
“देश की सभ्यता और संस्कृति को सहेजने का कार्य महिलाएं ही करती हैं। यह स्मारिका इसी दिशा में छोटा सा प्रयास है। अब महिलाएं समाज हित में भी पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर महासभा के माध्यम से तैयार हैं।”
इससे पूर्व मुख्य अतिथि और महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. बीडी शर्मा, समारोह की अध्यक्षता कर रहे महासभा के प्रदेश अध्यक्ष पं. त्रिभुवन शर्मा, विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरेंद्र पांडेय और डॉ. वेद प्रकाश शर्मा, राष्ट्रीय महामंत्री शिव मोहन भारद्वाज, प्रदेश महामंत्री राजेश शर्मा, संरक्षक महेश शर्मा और प्रदेश अध्यक्ष (महिला प्रकोष्ठ) डॉ. मधु भारद्वाज ने संयुक्त रुप से मां शारदे और भगवान परशुराम की तस्वीरों पर माल्यार्पण और मंच के समक्ष दीप जलाकर सम्मेलन का विधिवत शुभारंभ किया।
राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष प्रमोद हितैषी, राष्ट्रीय प्रवक्ता विनीत कांत पाराशर, राष्ट्रीय सचिव शिवकुमार शर्मा, प्रदेश संरक्षक शीलमणि शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष रविंद्र लाल तिवारी, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य शिवकुमार शर्मा, संरक्षक डॉ. राजकुमारी शर्मा, कौशल किशोर उपाध्याय और प्रदेश मंत्री श्रीधर पांडे भी प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रदेश अध्यक्ष पं. त्रिभुवन शर्मा ने कहा कि,
“सबका साथ सबका विकास की बात करने वाली सरकार को सवर्ण आयोग का गठन करना चाहिए अन्यथा मानवाधिकार आयोग छोड़कर सभी आयोगों को भंग कर देना चाहिए।”
समारोह के मुख्य अतिथि और महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. बीडी शर्मा ने कहा कि,
“ब्राह्मण युवाओं को भी शिक्षा, राजनीति, न्याय और नौकरी में समान अवसर मिलना चाहिए।”
समारोह में समाज को जोड़ने वाले समन्वयकों के रूप में राम किशन शर्मा, अनिल शर्मा, दीप्ति भार्गव, उमाशंकर मिश्र, आकांक्षा शर्मा और डॉ. पंकज नगायच का सम्मान राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. बीडी शर्मा द्वारा किया गया।
शीलेंद्र शर्मा, हरीशंकर शुक्ला, ममता पचौरी, दुष्यंत सारस्वत, गजेंद्र पांडे, नीलम शर्मा, प्रतिमा भार्गव, अनुपम चतुर्वेदी, अशोक वाजपेई और अपूर्व शर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया। पंडित महेश शर्मा ने स्वागत भाषण दिया। इस दौरान भगवान परशुराम के जयकारों से सभागार रह-रहकर गूंजता रहा।
समारोह का संचालन प्रदेश महामंत्री राजेश शर्मा और महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मधु भारद्वाज ने किया। मैत्री शर्मा ने सरस्वती वंदना और कल्पना शर्मा ने स्वागत नृत्य से सबको भावविभोर किया। वहीं मथुरा महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष अनुराधा शर्मा ने लहरों से डरकर नौका कभी पार नहीं होती गीत सुनाकर सबमें जोश भर दिया। दीप्ति भार्गव ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।
डिजिटल वर्ल्ड में जानें भगवान परशुराम की महिमा
महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरेंद्र पांडे ने कहा कि,
“डिजिटल वर्ल्ड में यू-ट्यूब पर उपलब्ध विष्णु पुराण में भगवान परशुराम की महिमा पर 10 घंटे का धारावाहिक मौजूद है। इसे सभी विप्र बंधु देखें और दिखाएं। हर कार्यक्रम में इसके अंश दिखाए जाने चाहिए। इससे हमें भगवान परशुराम के बारे में संपूर्ण यथार्थ परक जानकारी मिलेगी।”