हिंदी पत्रकारिता के समक्ष आ रहीं चुनौतियों का समाधान पत्रकारों को मिल-जुल कर करना होगा
हिंदी पत्रकारिता दिवस पर ताज प्रेस क्लब में संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
ब्रज पत्रिका, आगरा। ताज प्रेस क्लब में हिंदी पत्रकारिता दिवस के मौके पर सोमवार को एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। ‘हिंदी पत्रकारिता के समक्ष चुनौतियां’ विषय पर आयोजित इस संगोष्ठी की अध्यक्षता क्लब के अध्यक्ष अनिल शर्मा एडवोकेट ने की। उन्होंने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा आज भले ही प्रिंट मीडिया के समक्ष चुनौतियाँ हों, लेकिन प्रिंट मीडिया अपनी ताकत का अहसास कराता रहेगा।
पूर्व अध्यक्ष राजीव सक्सेना ने इस मौके पर अपने संबोधन में कहा, पत्रकारों के समक्ष चुनौतियां हैं, उनके लिए पत्रकार संगठनों को सक्रिय होने की जरूरत है। पूर्व अध्यक्ष विनोद भारद्वाज ने पत्रकारिता के बदलते स्वरूप पर चर्चा की। पूर्व अध्यक्ष ओम ठाकुर ने कहा हिंदी पत्रकारिता अपनी तमाम मुश्किलों का बावजूद निरंतर तरक्की की राह पर चलती जा रही।
केएमआई के पत्रकारिता विभाग के पूर्व अध्यक्ष और वरिष्ठ पत्रकार डॉ. गिरजा शंकर शर्मा ने कहा हिंदी पत्रकारिता नए दौर में प्रवेश कर रही है, हमें उसके लिए तैयार रहने की जरूरत है। पूर्व महासचिव संजय तिवारी ने भी हिंदी पत्रकारिता की भावी संभावनाओं की चर्चा की। वरिष्ठ पत्रकार सुनयन शर्मा ने कहा हिंदी पत्रकारिता के समक्ष चुनौतियों का अंबार पहले भी था और आज भी हैं, पत्रकारों को खुद को वक़्त के साथ अपडेट करते रहना होगा।
कोषाध्यक्ष डॉ. महेश धाकड़ ने प्रिंट मीडिया को बचाने के लिए समवेत प्रयास करने की जरूरत बताई। पूर्व उपाध्यक्ष अधर शर्मा ने भी मीडिया की विभिन्न चुनौतियों का जिक्र किया। वरिष्ठ पत्रकार पवन सिंह ने कहा पत्रकारिता का पेशा शुरू से ही चुनौतियों से भरा रहा है उनसे हमें निपटने के लिए खुद को तैयार रखना चाहिये।
वरिष्ठ पत्रकार मधुमोद के. रायजादा, शिवकुमार भार्गव ‘सुमन’, राजेश दीक्षित, हेमेंद्र चतुर्वेदी, आदर्श नंदन गुप्ता, संजीव शर्मा, शंकर देव तिवारी, पीपी सिंह, जय सिंह वर्मा, शशि शर्मा, रुखसाना बी., अगम जैन, धर्मेंद्र सिंह, रवि परिहार, अनिल अरोरा संघर्ष आदि ने भी विचार रखे। संचालन क्लब के प्रभारी सचिव केपी सिंह ने किया।