काँग्रेस के कद्दावर नेता अहमद पटेल का निधन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कॉंग्रेस नेता राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी ने भी जताया निधन पर शोक!
कोरोना पॉजिटिवि होने के बाद करीब एक महीने से अस्पताल में थे भर्ती।
बुधवार की सुबह करीब 3.30 बजे अहमद पटेल ने अंतिम सांस ली।
ब्रज पत्रिका। कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेता अहमद पटेल का बुधवार को तड़के निधन हो गया। उनके निधन का समाचार मिलने के बाद काँग्रेस सहित अन्य पार्टियों के राजनेताओं में शोक की लहर व्याप्त हो गयी है। अहमद पटेल लंबे समय तक राजनीतिक क्षेत्र में शीर्ष पदों पर आसीन रहे हैं। वर्तमान में भी वह काँग्रेस पार्टी के कोषाध्यक्ष के अहम पद पर थे। अहमद पटेल 71 वर्ष के थे।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अहमद पटेल एक अक्टूबर को कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। उन्हें 15 नवंबर को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती कराया गया था। जहाँ उनका इलाज चल रहा था। मगर उनकी सेहत में आशातीत सुधार नहीं दिख रहा था, बुधवार की सुबह तकरीबन 3.30 उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके सुपुत्र फैजल ने अपने पिता की मृत्यु की पुष्टि की है।
प्रधानमंत्री ने भी उनके निधन पर ट्विटर के जरिये एक संदेश में गहरा शोक जताया है।
अहमद पटेल के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख जताते हुए सोशल मीडिया पर अपने शोक संदेश में लिखा है,
“अहमद पटेल के निधन से दुखी हूं। उन्होंने सार्वजनिक जीवन में कई साल बिताए, समाज की सेवा की। कांग्रेस पार्टी को मजबूत बनाने में उनकी भूमिका हमेशा याद की जाएगी। उनके बेटे फैसल से बात की और संवेदना व्यक्त की। अहमद भाई की आत्मा को शांति मिले।”
अहमद पटेल के निधन पर कई बड़े काँग्रेस नेताओं ने भी शोक जताया है। इनमें राहुल गाँधी ने भी अपने फेसबुक पेज पर एक शोक संदेश साझा किया है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर अपने शोक संदेश में लिखा है कि,
“यह एक दुखद दिन है। अहमद पटेल कांग्रेस पार्टी के एक स्तंभ थे। उन्होंने कांग्रेस में रहकर सांस ली और सबसे कठिन समय में पार्टी के साथ खड़े रहे। हम उन्हें याद करेंगे। फैसल, मुमताज और परिवार को मेरा प्यार और संवेदना।”
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने भी अहमद पटेल के निधन पर शोक जताया है।
प्रियंका गाँधी ने शोक जताते हुए लिखा है,
“अहमद जी न केवल एक बुद्धिमान और अनुभवी सहकर्मी थे, जिनसे मैं लगातार सलाह और परामर्श लेती थी। वे एक ऐसे दोस्त थे जो हम सभी के साथ खड़े रहे, दृढ़, निष्ठावान और अंत तक भरोसेमंद रहे। उनका निधन एक विशाल शून्य छोड़ देता है। उनकी आत्मा को शांति मिले।”
अहमद पटेल के बेटे फैज़ल पटेल ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में उनके निधन की जानकारी साझा करते हुए दुःख व्यक्त किया है।
फैज़ल पटेल ने सोशल मीडिया पर अपने एक शोक संदेश में लिखा है,
“गहन दुःख के साथ मुझे अपने पिता अहमद पटेल के असामयिक निधन की घोषणा करने का अफसोस है। एक महीने पहले COVID पॉजिटिव पाए जाने के बाद उनका स्वास्थ्य बिगड़ गया। कई अंग फेल हो गए। अपने सभी शुभचिंतकों से सामूहिक समारोहों से बचने के लिए COVID -19 नियमों का पालन करने का अनुरोध करता हूं।”
बेशक़ बेहद शानदार रहा है, अहमद पटेल का राजनीतिक सफ़रनामा, इमरजेंसी बाद जब इंदिरा गाँधी भी चुनाव हार गईं थीं तब भी चुनाव जीत लोकसभा पहुँचे अहमद पटेल!
राज्य सभा सांसद अहमद पटेल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे हैं। वर्ष 2001 से वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार भी हैं। वर्ष 2004 और 2009 में हुए चुनाव में पार्टी के सराहनीय प्रदर्शन का काफी हद तक श्रेय, इन्हें भी दिया जाता है।
अहमद पटेल का विवाह वर्ष 1976 में मेमूना अहमद से हुआ था। दोनों के दो संतान हैं इनमें एक बेटा और एक बेटी है। उन्हें गांधी-नेहरू परिवार के काफी करीब का माना जाता था। श्री पटेल ने अपने राजनीति में सफर की शुरुआत नगरपालिका के चुनाव से की थी, उसके बाद पंचायत के सभापति बन गए। बाद में कांग्रेस पार्टी से जुड़ गए। उसके बाद राज्य कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे।
इन्दिरा गांधी के आपातकाल के बाद वर्ष 1977 में जब आम चुनाव हुए, तो उसमें इन्दिरा गांधी तक चुनाव हार गयी थीं, उस चुनाव में भी श्री पटेल की जीत हुई थी, और वह पहली बार लोकसभा के सांसद निर्वाचित होकर आए थे। श्री पटेल तीन बार लोकसभा सभा के सांसद रहे हैं। वर्ष 1977, 1980,1984, इसके अलावा वर्तमान सहित 1993, 1999, 2005, 2011 और 2017 में वह पांच बार राज्यसभा के सांसद भी रहे हैं।