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‘होप इंडिया कॉन्क्लेव’ में आपदा को अवसर में बदलने का दिखा जज़्बा!

ब्रज पत्रिका, आगरा। देश ही नहीं पूरा विश्व मुश्किल में है, आजीविका के साधन प्रभावित हैं। इसके बावजूद कोरोना महामारी के बीच भारत के हर व्यक्ति के मन में उत्तम स्वास्थ्य और विकास के साथ खुशहाली की आशा बरकरार है। यही नहीं आज भारत इस आपदा को अवसर में बदलने को तैयार है, ऐसे समय में भी उद्योग जगत और मीडिया से जुड़े दिग्गजों में जो जज्बा देखने को मिला, उससे भारत को पुनः विश्वगुरू बनाने की संभावनाओं को बल मिला है। मौका था शुक्रवार को कॉर्पोरेट काउंसिल फॉर लीडरशिप एंड अवेयरनेस (सीसीएलए) एवं टीबीआई-9 मीडिया नेटवर्क द्वारा रावी इवेंट्स के सहयोग से ‘होप इंडिया कॉन्क्लेव’ के आयोजन का, जिसमें ‘वर्तमान परिदृश्य में भारत की आशा’ विषय पर वक्ताओं ने अपने विचार रखे।

कार्यक्रम का शुभारंभ उत्तर प्रदेश सरकार में समाज कल्याण राज्यमंत्री डॉ. जी. एस. धर्मेश, एफमेक के अध्यक्ष पूरन डाबर, अप्सा के अध्यक्ष सुशील गुप्ता और अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस कॉन्क्लेव को कोविड-19 महामारी के चलते बेहद सादगी, सीमित मेहमानों और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ आयोजित किया गया था। इस कॉन्क्लेव में निर्धारित लोगों की संख्या के अतिरिक्त सैंकड़ों लोगों की वर्चुअल सहभागिता भी रही। कॉन्क्लेव में उद्योग जगत में अपनी विशिष्ट कार्यशैली से देश में ख़ास मुकाम बनाने वाली शख्सियतों को ‘द लीजेंड 2020’ अवार्ड से नवाज़ा गया। यह सम्मान उन्हें उत्तर प्रदेश के समाज कल्याण राज्यमंत्री डॉ. जी.एस. धर्मेश ने प्रदान किए।

अवार्ड प्राप्त करने वालों में ये शख्शियत थीं शामिल

पूरन डावर, अध्यक्ष, एफमेक
एके जैन, एमडी, डॉक्टर सोप
गुरु स्वरूप श्रीवास्तव, कलाप्रेमी और उद्यमी
सुशील गुप्ता, चेयरमैन, प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल
शत्रुघ्न सिंह चौहान, पूर्व सैन्य अधिकारी
डॉ. नरेंद्र मल्होत्रा, चेयरमैन, रैनबो हॉस्पिटल
किशोर खन्ना, प्रबंध निदेशक, रोमसंस ग्रुप
डॉ. प्रशांत शर्मा, निदेशक, ग्लोबल इंस्टीट्यूट
विष्णु कुमार गोयल, चेयरमैन, मुंशी पन्ना मसाला उद्योग
राजेश गर्ग, निदेशक, प्रकाश जनरेटर
डॉ. मुकेश गोयल, एमडी, गोयल सिटी हॉस्पिटल
डॉ. अशोक शर्मा, चेयरमैन, साइंटिफिक पैथोलॉजी
डॉ.सुरेंद्रसिंह भगौर, एमडी, यशवंत हॉस्पिटल ट्रॉमा सेंटर
कंवलजीत सिंह कोहली, एमडी, करम उद्योग
जितेन्द्र त्रिलोकानी, एमडी, डर्बी फुटवियर एक्सपोर्ट्स

उत्तर प्रदेश के समाज कल्याण राज्य मंत्री डॉ. जीएस धर्मेश ने कहा कि,

“देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, तो देश मे सब कुछ संभव है। देश को पहले तो फूट डालो और राज करो की नीति के साथ विदेशी आक्रांताओं ने लूटा और इसी तरह आजादी के 70 सालों तक पूर्व की सरकारों ने लूटा। राम मंदिर का निर्माण और धारा 370 का खात्मा मोदी सरकार के विराट स्वरूप और उच्च आदर्शों के कारण ही संभव हुआ है। साथ ही होप इंडिया कॉन्क्लेव में आज की चर्चा का स्वरुप देश में सरकार की जन हितैषी नीतियों का परिणाम है।”

कॉन्क्लेव में दो पैनल में चर्चा हुई जिसमें पहले पैनल का संचालन द कैपिटल पोस्ट की एडिटर गरिमा सिंह ने किया। वहीं दूसरे पैनल का संचालन इंडिया न्यूज के सीनियर एडिटर यतेंद्र शर्मा ने किया। दोनों सत्रों में ‘वर्तमान परिदृश्य में भारत की आशा’ विषय पर पेनलिस्टस ने अपने-अपने विचार रखे। पैनल में उद्योग और मीडिया जगत के दिग्गजों ने शिरकत की। मीडिया विश्लेषक प्रमिला दीक्षित, विनय पतसरिया, पूर्व एमएलसी अनुराग शुक्ला, मुरारी प्रसाद अग्रवाल, डॉ. महेश धाकड़ आदि ने भी अपने विचार रखे।

बिजनेस वर्ल्ड के चेयरमैन डॉ. अनुराग बत्रा ने कहा,

“जिंदगी में सब कुछ उम्मीद पर ही कायम है इसलिए हमें सदैव सकारात्मक और संवेदनशील रहते हुए काम करना चाहिए, लोगों की प्रतिभा के अनुसार मौका देने की आवश्यकता है जिससे आने वाले समय में भारत एक बहुत बड़े मुकाम को हासिल कर सके।”

राज्यसभा टेलीविजन के पूर्व कार्यकारी निदेशक राजेश बादल ने कहा,

“भारत कभी सोने की चिड़िया कहलाता था, परंतु आजादी के 70 साल बाद भी देश में बदलाव नहीं आया, देश के लोगों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, एशिया और यूरोप का ऐसा कोई हिस्सा नहीं जहां पर भारतीय अपनी पताका न लहरा रहे हों। उन्होंने शेर पढ़ा-तू जिंदा है तो जिंदगी की जीत पर यकीन कर, अगर कहीं है स्वर्ग तो उतार ला जमीन पर।”

नोएडा फिल्म सिटी के संस्थापक संदीप मारवाह ने कहा,

“देशवासियों को सर्वप्रथम अपने इतिहास व गौरव को जानना होगा। ‘सोच बदलो तो सितारे बदल जायेंगे, नजर बदलो तो नजारे बदल जाएंगे। अब कश्तियां बदलने की जरूरत नहीं, इरादे बदलो किनारे बदल जायेंगे।’ देश ने 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनामी बनाने का लक्ष्य लिया, जिसे पूरा भी किया है। कोरोना की मार के बावजूद देश दोगुनी रफ्तार से तरक्की करेगा।”

सीएलई-नार्थ के रीजनल चेयरमैन पूरन डाबर ने कहा,

“देश में पिछले 6-7 वर्षों में बहुत बड़े बदलाव हुए हैं व देश को नई ताकत मिली है। देशवासियों को कार्य करने के लिए ऐसा नेतृत्व मिला है, जो हर रोज लोगों को नई प्रेरणा देता है। नई शिक्षा नीति में क्षेत्रीय व राष्ट्रीय भाषा पर सरकार का कदम देश की उन्नति में मील का पत्थर साबित होगा। हम हिंदी में सोचते हैं, हिंदी में स्वप्न देखते हैं, तो कार्यक्रम व चर्चाओं में भी हिंदी भाषा का प्रयोग क्यों नहीं करते? भारत में आज तमाम संभावनाएं हैं। भारत उद्योग जगत में देश-दुनिया की सबसे बड़ी महाशक्ति बनेगा।”

आईटीवी नेटवर्क के चीफ एडिटर अजय शुक्ला ने कहा कि,

“मीडिया को अपनी विश्वसनीयता को बनाये रखने के लिये सत्य के साथ जुड़कर कार्य करना चाहिए। भीड़ से अलग हटकर अपनी एक अलग पहचान बनानी चाहिए। लोगों को बड़ी उम्मीदें रखनी चाहिए, क्योंकि जब बड़ी उम्मीदें होती है तो काम भी बड़े होते हैं।”

‘न्यूज नशा’ की संस्थापक विनीता यादव ने कहा कि,

“मीडिया के सामने आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए मीडिया को अपनी विश्वनीयता पर कायम रहना होगा। देश में जो घटित हो रहा है, उसे सत्य व राष्ट्र हित से जोड़कर लोगों के सामने प्रस्तुत करना चाहिए।”

मीडिया विश्लेषक  प्रमिला दीक्षित ने कहा,

“कोरोना काल में बेरोजगारी के कारण अपराधों की संख्या बढ़ी है हमें इस पर अंकुश लगाने के उपाय तलाशने होंगे, अपराधों पर लगाम लगे और लोगों को रोजगार मिल सके।”

रोमसंस ग्रुप के एमडी किशोर खन्ना ने कहा कि,

“कोरोना काल में आज चुनौतियों के साथ नए अवसर भी आये हैं। हमें नकारात्मकता से निकलकर अपनी क्षमताओं को निखारते हुए काम करना होगा। सिर्फ मेडिकल के क्षेत्र में ही नहीं, हमें कई क्षेत्रों में आगे बढ़कर देश को विश्व के मानचित्र पर चमकाना है।”

यशवंत हॉस्पिटल के एमडी डॉ. सुरेंद्र सिंह भगौर ने कहा,

“कोरोना वायरस से कम से कम जन और आर्थिक हानि हो इसके प्रयास के लिए सरकार ने सराहनीय प्रयास किए हैं। आज विश्व भारत के उत्पादन पर विश्वास जता रहा है, एक उम्मीद से देश की ओर देख रहा है। देश आने वाले समय में उत्पादन के मामले में विश्व की एक बड़ी क्षमता बनेगा।”

पूर्व सैन्य अधिकारी शत्रुघ्न सिंह चौहान ने कहा,

“भारत विश्व गुरु बनेगा, इस बात में कोई संदेह नहीं। आज देश कोरोना काल के प्रभाव के बावजूद प्रगति के पथ पर अग्रसर है। जहां समूचा विश्व केवल जिंदगी की जंग लड़ रहा है वहीं भारत विकास की इबारत लिखने को तैयार हो रहा है।”

स्वरुप ग्रुप ऑफ इण्डस्ट्रीज के चेयरमैन गुरु स्वरूप श्रीवास्तव ने कहा,

“हमने कहानी सुनी है चींटी की, जो बार-बार गिरती है और चढ़ती है, बाद में उसे सफलता मिल ही जाती है। हमें उससे सबक लेना चाहिए। हमारे देश व उसके उद्योग की अन्य देशों जैसी हालत नहीं हुई है। हमारे यहां की स्थिति अन्य देशों से आज भी बेहतर है। इसलिए निराश नहीं होना चाहिए।”

टीबीआई 9 के निदेशक ब्रजेश शर्मा ने कहा,

“होप इंडिया कॉन्क्लेव ने वर्तमान परिदृश्य में देश के उद्योग, मीडिया और सामाजिक चिंतन से जुड़े पहलुंओं को उजागर किया। देश की नब्ज को टटोलने की कोशिश की है। परिचर्चा में जो सामने आया, वह निश्चित रूप से हमें यह समझने के लिए काफी है कि भारत विषम परिस्थितियों में भी गिरकर उठना जानता है, यह देश के स्वर्णिम भविष्य का संदेश है।”

होप इंडिया कॉन्क्लेव के आयोजक अजय शर्मा ने कहा,

“विभिन्न क्षेत्रों के दिग्गजों बीच जो ये चर्चा हुई है, यह निश्चित रूप से उद्योग जगत को नई दिशा देने में कामयाब साबित होगी, लगातार जिस तरह से सकारात्मक विचार वक्ताओं के सामने आए, वह प्रोत्साहित करते हैं। वर्तमान परिदृश्य में भारत की नई आशा हेतु सकारात्मक नजरिया ही देश को आगे ले जाने को आतुर है।”

एकता बिल्डर्स के चेयरमैन मुरारी प्रसाद अग्रवाल ने कहा,

“उद्योगपति को कभी निराश नहीं होना चाहिए, उससे विकास की गति रुकती है, लगातार काम करते रहना चाहिए। समाज में वही व्यक्ति उत्थान करता है, जिसमें हर हालत में काम करने का जज्बा होता है, उसी की आवश्यकता है।”

सीसीएलए के उपाध्यक्ष डॉ. राम नरेश शर्मा ने कहा,

“जीवन को खुशियों से संवारोगे तो हर ओर खुशियां ही खुशियां छा जाएंगी, दुख तो मुंह फाड़े हर समय खड़ा ही है। हताशा से व्यक्ति में अवसाद पैदा होता है और उससे जीवन में खतरा भी रहता है। इसलिए निराशा को त्याग कर हमेशा खुश रहने की आदत डालनी चाहिए।”

डर्बी फुटवियर एक्सपोर्ट्स के एमडी जितेन्द्र त्रिलोकानी ने कहा,

“हमें उन देशों से सबक लेना चाहिए, जो कोरोना से बहुत खराब हालत में आ गए थे और अब वे तेजी से विकास कर रहे हैं। उद्योगों के साथ कभी न कभी विषम परिस्थिति आ ही जाती है। गिर-गिरकर उठना ही तो व्यक्ति की महानता है।”

प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल के चेयरमैन सुशील गुप्ता ने कहा,

“कोरोना वायरस के बारे में सभी लोग जान चुके हैं, उससे जूझने में ही सबकी भलाई है। भयभीत होने से कुछ नहीं होगा। जीवन को खुशियों से संवारोगे तो हर ओर खुशियां ही खुशियां छा जाएंगी।”

मंच संचालन करते हुए रावी इवेंट्स के निदेशक मनीष अग्रवाल ने कहा,

“आशा से जीवन में नया संचार होता है, निराश लोगों से दूरी बना कर रखें तभी जीवन को अच्छी गति मिल सकेगी। उद्योग हो, सरकारी या गैर सरकारी नौकरी, उतार-चढाव आते ही हैं। हर परिस्थिति में समान भाव से रहना ही जीवन है। कॉन्क्लेव में जो संदेश निकलकर सामने आया वह प्रभावित करने वाला है।”

शुरू में अतिथियों का स्वागत सीसीएलए के महासचिव अजय शर्मा एवं टीबीआई 9 के निदेशक ब्रजेश शर्मा और डॉ. आर.एन. शर्मा ने किया। विशिष्ट अतिथियों में सीएफटीआई के निदेशक सनातन साहू भी थे। बतौर विशिष्ट अतिथि पूर्व एमएलसी डॉ. अनुराग शुक्ल को भी स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।

अंत में सहयोगियों को भी स्मृति चिन्ह प्रदान कर आभार प्रकट किया गया। इसी क्रम में वरिष्ठ पत्रकार डॉ. महेश चंद्र धाकड़ को भी स्मृति चिन्ह आयोजक अजय शर्मा, ब्रजेश शर्मा, आरएन शर्मा और मनीष अग्रवाल द्वारा प्रदान किया गया। राम कुमार शर्मा, राज कुमार उप्पल, हरी बाबू, धीरज शर्मा, निशांत शर्मा आदि ने आयोजन में सहयोग किया।

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